3 अक्टूबर से शारदेय नवरात्रि पर्व प्रारंभ होने वाली है। जिसके लिए जिले भर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कहीं मंदिरों में रंग-रोगन किया जा रहा है, तो कहीं मंदिरों में घट स्थापना के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इधर कलाकार भी माता की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे रहे हैं। 2 अक्टूबर को सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या से श्राद्ध पक्ष समाप्त हो जाएगा। जिसके अगले दिन शारदेय नवरात्रि का पर्व शुरू होगा। इस दौरान मंदिरों और घरों में माता की विधि-विधान से घट स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही 9 दिनों तक नगरवासी शक्ति की भक्ति करेंगे। जिसकी तैयारियां शहर में शुरू हो गई हैं। केवल मंदिरों ओर घरों में ही नहीं बल्कि कई जगह सार्वजनिक नवदुर्गा उत्सव भी मनाया जाएगा। जहां माता की प्रतिमाएं विराजित की जाएंगी। इसके लिए प्रतिमाओं को कलाकार अंतिम रूप देने में जुटे हैं। परंपरानुसार ये पर्व उत्साह व भक्तिभाव से मनाया जाएगा। शहर में पर्व को लेकर कॉलोनियों की समितियों की बैठकें हो चुकी हैं और उत्सव के लिए गठित समितियां भी नगर से राशि एकत्रित करने लगी हैं ताकि आयोजन को भव्यता प्रदान की जा सके। शहर में इस बार भी छोटे-बड़े 20 से अधिक स्थानों पर सार्वजनिक पंडाल बनाए जाएंगे। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां के सभी रूपों की विशेष पूजा-अर्चना विधि-विधान के साथ भक्तों द्वारा की जाएगी। कलाकार संतोष प्रजापति ने बताया कि 1 हजार से 15 हजार रुपए तक की प्रतिमाएं पूर्ण रूप से तैयार हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि गणेश जी की विदाई के साथ ही वे माता की प्रतिमाओं को सांचे में ढालने का काम शुरू कर देते हैं। जिसमें करीब 10 दिन का समय लगता है।