शाजापुर, 20 सितम्बर 2024/ संयुक्त कलेक्टर एवं प्रभारी उप संचालक श्री सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि वरिष्ठजनों को आत्मीय सम्मान देने के लिये 01 अक्टूबर को "अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस" के रूप में मनाया जाता है। वरिष्ठजनों द्वारा जीवनभर परिवार व समाज को दिये गये अमूल्य सहयोग के लिये, वृद्धावस्था में सम्मानपूर्वक जीवनयापन करने के उद्देश्यों के तहत व उनके प्रति सम्मान की भावना व्यक्त की जाना हम सभी का नैतिक दायितव है। उन्होंने बताया कि भारतीय समाज के परम्परागत मूल्यों में वरिष्ठजनों को सम्मान देने, देखभाल करने पर बल दिया गया है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में धीरे-धीरे संयुक्त प्रणाली का विघटन होने के परिणाम स्वरूप भावनात्मक, शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सुरक्षा के अभाव में वरिष्ठजनों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वृद्धजनों की सुरक्षा, स्वास्थ्य तथा आर्थिक जरूरतों को पूरा करने और वृद्धजनों की भावनात्मक जरूरतों के प्रति संवेदनशील सामाजिक वातावरण निर्माण किये जाने की नितान्त आवश्यकता है। 01 अक्टूबर 2024 अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की थीम है "गरिमा के साथ वृद्धावस्था वृद्ध व्यक्तियों के लिये देखभाल और समर्थन प्रणालियों को मजबूत करने का महत्व।" यह थीम वृद्ध व्यक्तियों के लिये देखभाल और समर्थन प्रणालियों को मजबूत करने पर केंद्रित है, ताकि उन्हें गरिमा के साथ जीवन जीने का अधिकार मिले। इस थीम में वृद्धजन की देखभाल, स्वास्थ्य सेवा और उनके मानव अधिकारों की सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। साथ ही प्रशिक्षित देखभालकर्ताओं ओर बेहतर कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता से भी प्रशिक्षित एवं प्रेरित किया जाये। संयुक्त कलेक्टर एवं प्रभारी उप संचालक श्री सिंह ने विभाग प्रमुखो को निर्देश दिये है कि 01 अक्टूबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर कार्यवाही अनुसार स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम करना सुनिश्चित करें। जिसमें वरिष्ठ आश्रमों में निवासरत वृद्धजनों को संस्था स्तर पर ही सम्मानित किया जाये, वरिष्ठ आश्रमों में निवासरत वृद्धजनों के लिये इन्डोर गेम जैसे केरमबोर्ड, लूडो, शतरंज, गीत और संगीत का आयोजन किया जाये, वरिष्ठजनों की रूचियों के अनुसार मोबाईल फोन, इंटरनेट और कम्प्यूटर के उपयोग करने के संबंध में शिविरों का आयोजन कर प्रशिक्षित करें, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तथा जिला अस्पतालों, सिविल डिस्पेंशरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से वरिष्ठजनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये शिविर आयोजित कराए, माता-पिता ओर वरिष्ठजनों की भरण-पोषण तथा कल्यांण अधिनियम 2007 तथा म.प्र. नियम 2009 में वरिष्ठजनों के अधिकार के लिये निहित प्रावधानों की जानकारी वरिष्ठजनों को दें, जनरेशन गैप (Generation Gap) दूर करने के लिये विद्यालयीन, महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं और युवाओं के साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कराए तथा वरिष्ठजनों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए प्रदेश में संचालित Elderline 14567 का प्रचार-प्रसार भी कराए।