शाजापुर जिले के सुजालपुर में बाबा महाकाल की शाही सवारी भूतों की बारात के साथ निकाली गई। सवारी का आयोजन देर रात तक चला। नगर भ्रमण पर निकले महाकाल के दर्शन करने के लिए शहरवासी आतुर दिखाई दिए। आसपास के गांव से भी लोग इस आयोजन में शामिल होने के लिए आए। सवारी में शामिल आकर्षक झांकियां देखकर हर कोई रोमांचित नजर आया। वहीं, झाबुआ के कलाकारों द्वारा लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। शाही सवारी के लिए मार्ग को सजाया गया था। आकर्षक विद्युत सजावट करने के साथ ही जगह-जगह भगवान महादेव के पोस्टर आदि लगाए गए। रात करीब 8:00 बजे ढोल ताशा, बैंड बाजे के साथ सवारी प्रारंभ हुई, जिसमें पालकी में सवार महादेव की पूजा-अर्चना की गई। देर रात को सवारी वापस मंदिर पहुंची, जहां पर महा आरती की गई और उसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस आयोजन में हजारों लोग शामिल हुए, जिसे देखते हुए पुलिस और प्रशासन भी सक्रिय रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की निगरानी रही और सवारी के साथ भी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। शोभायात्रा राम मंदिर मार्ग, रोकड़िया हनुमान मंदिर चौराहा, एमजी रोड, टेंपो चौराहा, एकांगी मार्ग, जैन मंदिर रोड से एटीएम चौराहा होकर गुजरी। सवारी में भगवान राम, हनुमान, श्री गणेश की सजीव झांकी भी सजाई गई। बड़नगर के बैंड की धुन पर थिरकते युवाओं ने भोले के गानों पर रंग जमाया। अखाड़ा कलाकारों व दुर्गावाहिनी की बालिकाओं का प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र रहा। पूरे शहर को दूधिया रोशनी फैलाते विद्युत उपकरण, भगवा ध्वज से सजाया गया। बीस से अधिक स्थानों पर सामाजिक संस्था के सदस्यों ने शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत करने के साथ स्वल्पाहार की व्यवस्था की। सवारी आयोजन के दौरान शहर का माहौल धर्ममय रहा। सवारी के साथ ही शहर के शिव मंदिरों में भी विशेष आयोजन हुए और भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर पूजन किया गया।