शाजापुर में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात घड़ी में 12 बजते ही मंदिरों में 'आलकी के पालकी के जय कन्हैया लाल की.. 'नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैयाल लाल... गूंजा उठा। ढोल-ढमाके बजने लगे। कृष्ण जन्म पर भक्त झूम उठे। कृष्ण भगवान का जन्म होते ही मंदिरों मे भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर बनाई और भगवान कृष्ण को पालने में बैठाया गया। रात 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। Janmashtami 20 साल 2024 में कान्हा का 5251वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। जब भी जन्माष्टमी सोमवार या बुधवार के दिन पड़ती है तो, इसे बेहद शुभ संयोग माना जाता है। इस साल ठीक वैसे ही योग बन रहे हैं, जैसे की कि द्वापर युग में बने थे।इसी कारणवश कई जातक रात 12 बजे लड्डू गोपाल का जन्म भी करते हैं। इस समय देश भर के ज्यादातर मंदिर फूलों और रौशनी से जगमगा रहे हैं। हर तरफ नन्द लाला के जन्मोत्सव की खुशियां मनाई जा रही हैं। लोग कान्हा की भक्ति में लीन हैं। साल 2024 में कान्हा का 5251वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ सूर्य सिंह राशि में, चंद्रमा वृषभ राशि में और जयंती योग भी बन रहा है। ऐसा दुर्लभ योग बनना काफी शुभ माना जा रहा है। इस योग में पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलेगा। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो वैसा ही दुर्लभ योग बन रहा है, जैसा कि द्वापर युग में बना था। जब भी यह त्योहार सोमवार या बुधवार के दिन आता है तो, इसे बेहद शुभ संयोग माना जाता है।