सावददता योगेंद्र परमार शाजापुर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सरकारी अस्पतालों में बेड, आक्सीजन सहित अन्य संसाधनों की कमी मरीजों की जान पर भारी पड़ी थी। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए इन कमियों को दूर करने की कवायद की जा रही है। किंतु इसमें भी सुस्ती परेशानी का सबब बनी हुई है। स्थिति यह है कि जिला मुख्यालय पर बनने वाले 22 बेड के आईसीयू और एचडीयू का अभी सिविल वर्क ही पूरा नही हुआ है। यह काम होने में करीब दो माह का समय लग सकता है। जो चिंताजनक स्थिति है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से बने चिंता के हालातों को देखते हुए तीसरी लहर से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा वरिष्ठ स्तर से हो रही है। गत दिनों स्वास्थ्य मंत्री द्वारा तैयारियों की प्रदेश स्तरीय समीक्षा की गई थी। इसमें भी जिले में आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) और एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) का सिविल वर्क पूरा नही होने की जानकारी सामने आई थी। इसे देखते हुए वरिष्ठ स्तर पर दिशा-निर्देश दिए गए। परिणाम यह हुआ कि सोमवार को क्षेत्रिय संचालक स्वास्थ्य उज्जैन लक्ष्मी बघेल ट्रामा सेंटर के सी ब्लाक में बन रहे 22 बिस्तर की आईसीयू और एचडीयू का निरीक्षण करने शाजापुर पहुंची। उन्होंने निरीक्षण कर जिम्मेदारों से सिविल वर्क के साथ ही अन्य कार्य पूरा होने को लेकर सवाल-जबाव किए।, जिस पर जिम्मेदारों ने एक से दो माह में आईसीयू और एचडीयू का कार्य पूरा होने की बात कही है।