भोजराज सिंह पंवार-- उज्जैन 05 जुलाई। उज्जैन के ग्राम सुतारखेड़ा निवासी मुकेश अपनी बेटी पायल को उल्टी और दस्त होने के कारण मातृ एवं शिशु चिकित्सालय चरक भवन लेकर आये थे, जहां उन्हें शिशु रोग ओपीडी में ड्यूटीरत चिकित्सक द्वारा जांच कर बताया गया कि पायल को अस्पताल में भर्ती कर उपचार की आवश्यकता है और वह बेहद कमजोर भी है। पायल का वजन सामान्य बच्चों के वजन की तुलना में कम था। साथ ही हिमोग्लोबिन भी मात्र 4.7 था। पायल को पोषण पुनर्वास केन्द्र में लगातार दो सप्ताह भर्ती रखकर पूर्ण उपचार और रक्त चढ़ाया गया। साथ ही पौष्टिक आहार भी प्रदान किया गया। वहां चिकित्सक डॉ.आयुषी चौहान और पोषण प्रशिक्षक श्रीमती सोनल ठाकुर सहित केन्द्र में कार्यरत समस्त स्टाफ द्वारा पायल की पूर्ण निगरानी की गई और उचित देखभाल की गई। इसके फलस्वरूप पायल कुपोषण से मुक्त हो सकी। पायल का वजन और हिमोग्लोबिन भी बढ़कर सामान्य श्रेणी में आ गया। स्वस्थ होने पर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। डिस्चार्ज होने के बाद पायल की माता को निरन्तर उसे पोषण आहार बनाकर खिलाने का प्रशिक्षण दिया गया। पायल के माता-पिता अब खुश हैं। डिस्चार्ज के समय उन्हें 2040 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई। (फोटो संलग्न) क्रमांक 2026 अनिकेत/जोशी