भोजराज सिंह पंवार--- डॉ. भीमराव आम्बेडकर जिला चिकित्सालय शाजापुर में मरीजों के उपचार का स्तर बढ़ाकर इसे ऊंचाईयों पर ले जाए। यह बात कलेक्टर श्री किशोर कन्याल ने आज रोगी कल्याण समिति की बैठक में कही। इस मौके पर सीएमएचओ डॉ. आर. निदारिया, अनुविभागीय अधिकारी श्री नरेन्द्र नाथ पाण्डेय, सिविल सर्जन डॉ. बीएस मैना, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण श्री रविन्द्र वर्मा, प्रभारी सीएमओ एवं डिप्टी कलेक्टर श्री महेन्द्र प्रतापसिंह किरार, पैथॉलॉजिस्ट डॉ. एसडी जायसवाल, मलेरिया अधिकारी श्री आरएस जाटव, शल्य चिकित्क डॉ. नवीन झाला, आरएमओ डॉ. सचिन नायक, जिला आयुष अधिकारी प्रभारी डॉ. सीमा बड़िया सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कन्याल ने आय एवं व्यय की समीक्षा करते हुए कहा कि रोगी कल्याण समिति की आय बढ़ाने के लिए प्रयास करें। अधिक से अधिक दान दाताओं को जोड़े। चिकित्सालय में सुरक्षा गार्ड को सक्रिय रखें। काम नहीं करने वाले व्यक्तियों को हटाएं। चिकित्सालय परिसर में गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना करें। चिकित्सालय में उपचार की सुविधाओं को बढ़ाए। अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले मरीजों का रिकार्ड रखें। प्रायवेट वार्डों को सर्वसुविधायुक्त बनाकर किराया बढ़ाएं। चिकित्सालय के शौचालयों की हर दो घंटे में सफाई करवाएं। प्रत्येक माह श्रेष्ठ चिकित्सक एवं नर्स को पुरस्कृत करें। कोई भी चिकित्सक, नर्स या अन्य कर्मचारी आवेदन स्वीकृत कराने के उपरांत ही अवकाश पर जाएं। चिकित्सालय पर सोलर पैनल लगाकर विद्युत देयक कम कराएं। जितने भी संसाधन चिकित्सालय में है, उसका सर्वोत्तम उपयोग करें। कलेक्टर ने कहा कि वे शीघ्र ही चिकित्सालय के चिकित्सकों, नर्सों एवं सुरक्षा गार्ड्स एवं सफाई कर्मचारियों के ठेकेदार से बैठक लेकर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर जिला रेडक्रास सोसायटी शाजापुर की आय-व्यय की भी समीक्षा की गई। साथ ही औषधी निरीक्षक को कलेक्टर ने निर्देश दिये कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंधित की गई दवाईयों की बिक्री बंद कराएं। साथ ही दवाईयों की दुकानों का सख्ती के साथ निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान पुलिस एवं अनुविभागीय अधिकारी का सहयोग लें। जनऔषधी केन्द्र का व्यापक-प्रचार प्रसार कराएं। इस अवसर पर मलेरिया निरोधक माह के अंतर्गत की जा रही कार्यवाही की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने डेंगू से बचाव के लिए व्यापक स्तर पर जाँच करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर शाजापुर जिले को मलेरिया रोकथाम के लिए प्रदेश स्तर से प्राप्त पुरस्कार मलेरिया अधिकारी को सौंपा गया।