भोजराज सिंह पंवार- सभी प्राचार्य अपने कार्यों को बोझ नहीं समझे, बल्कि खुशी के साथ दिल से काम पूरे करें। यह बात कलेक्टर श्री किशोर कन्याल ने आज जिले के 160 प्राचार्यों के लिए आयोजित हुए 05 दिवसीय वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर कही। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री विवेक दुबे, वरिष्ठ जिला कोषालय अधिकारी श्री जीएल गुवाटिया, श्री केके अवस्थी प्राचार्य सतगांव सहित जिलेभर के अन्य विद्यालयो के प्राचार्यगण उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कन्याल ने संबोधित करते हुए कहा कि कार्यों के दौरान रिफ्रेशर कोर्स निरंतर होते रहना चाहिये, इससे कार्य करने की ऊर्जा प्राप्त होती है। हमारे जीवन की सार्थकता तब ही है, जब हमारे कार्यों से उपलब्धी हासिल हो। उन्होंने कहा कि प्राचार्य विद्यार्थियों के प्रति सकारात्मकता रखें। परीक्षा परिणामों को बेहतर से बेहतर प्राप्त करने के लिए सतत प्रयास करें। कोई भी काम कल के लिए नहीं छोड़े। विद्यालयों के विकास के लिए मिलने वाले बजट को समय पर खर्च करें। विद्यालयों में स्वच्छता का ध्यान रखें। पौधारोपण करवाएं। साथ ही परीक्षा परिणाम बेहतर प्राप्त हो, इसके लिए बच्चों के आधार मजबूतीकरण के लिए कक्षा 5वी, 6टी और इससे आगे की कक्षाओं की सतत समीक्षा करते रहें और इसके लिए विद्यालयों का निरीक्षण करें। इस मौके पर कलेक्टर ने प्राचार्यों को बधाई देते हुए कहा कि शाजापुर जिले का 10वी एवं 12वी का परीक्षा परिणाम प्रदेश के औसत से अधिक है। साथ ही कलेक्टर ने प्राचार्यों से कहा कि विद्यालय में होने वाले अच्छे कार्यों का जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी कराएं। इस अवसर पर प्राचार्यों द्वारा विद्यालय से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया गया। इसके पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी श्री दुबे ने संबोधित करते हुए प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में बताया। साथ ही श्री दुबे ने बताया कि अगले शैक्षणिक सत्र से प्राचार्यों एवं शिक्षकों के लिए गणवेश का निर्धारण भी किया जा रहा है। इस मौके पर कलेक्टर ने सभी प्राचार्यों को “हमारा शाजापुर-स्वच्छ शाजापुर” का संकल्प भी दिलाया।