भोजराज सिंह पंवार---- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नया संसद भवन राष्ट्र की प्रगति औऱ एकता का साक्षी बनेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उन्हें नए संसद भवन के गरिमामय लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। देशवासी जहाँ लोकतंत्र के इस नवीन भव्य मंदिर में नये भारत का उज्ज्वल और स्वर्णिम भविष्य देख रहे हैं, वहीं कुछ लोगों की आँखों में बंधी पट्टी उन्हें सच्चाई नहीं देखने दे रही है। ऐसे लोगों से बस यही कहना है- "जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।" मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नया संसद भवन, भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण के साथ देश की एकता, अखण्डता और प्रगति का साक्षी बनेगा। इस श्रेष्ठ और अभूतपूर्व रचना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अभिनंदन के पात्र हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जब 'नए भारत का नया संसद भवन' राष्ट्र को समर्पित किया औऱ राजधर्म, न्याय, निष्पक्षता, संप्रभुता, अक्षुण्णता एवं सामर्थ्य को साष्टांग दंडवत प्रमाण किया, तब वह क्षण ऐतिहासिक था। यह पल देश के लोकतांत्रिक इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। आज पूरे देश का मन उत्साह और गौरव से भरा हुआ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन का लोकार्पण कर नवनिर्माण के संकल्पों की ओर अग्रसर भारत को नई गति दी है। यह स्वर्णिम पल इतिहास में दर्ज हो गया, जब वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नये संसद भवन में ऐतिहासिक 'सेंगोल' स्थापित किया। यह एक स्मरणीय क्षण था।