19-20 सितंबर को शाजापुर में आयोजित मलखंभ की स्टेट चैंपियनशिप में उज्जैन के खिलाड़ियों ने सालों से चला आ रहा अपना दबदबा एक बार फिर कायम कर लिया। व्यक्तिगत मुकाबले में 8 पदक जीतने का लक्ष्य था इसमें आठों पदक उज्जैन के खिलाड़ियों ने जीते हैं। इसी तरह टीम चैंपियनशिप में 24 स्वर्ण पदक के लिए स्टेट की टीमें भिड़ी थी। इसमें सब जूनियर प्रथम, सब जूनियर द्वितीय, बालक एवं बालिकाओं की 6-6 सदस्यीय चार टीमें थी। इन सभी वर्गों में उज्जैन की टीमों ने विजेता बनकर स्वर्णिम इतिहास रचा है। द्रोणाचार्य अवार्डी हैं कोच द्रोणाचार्य अवार्डी योगेश मालवीय 6 साल की उम्र से मलखंभ के खिलाड़ी रहे हैं। 15 साल की उम्र से ही भागसीपुरा स्थित अच्युतानंद प्रासादिक व्यायामशाला में प्रशिक्षक के तौर पर वे मलखंभ सिखा रहे हैं। सबसे पहले खेल शिक्षक के रूप में लोकमान्य तिलक सांस्कृतिक न्यास में 2003 में प्रशिक्षक के तौर पर सेवा दी। साल 2006 से खेल विभाग शाजापुर में अस्थाई खेल प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त हैं। साल 2010 में मालवीय मध्यप्रदेश शासन से विश्वामित्र अवार्ड भी प्राप्त हो चुका है।