बुधनी टाइम समाचार पत्र शुजालपुर,,,,,,,,,, किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन का कार्य 25 मार्च से प्रारंभ किया जाएगा। किसानों से अच्छी गुणवत्ता (एफएक्यू) के गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल से खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन 25 मार्च से 10 मई तक किया जाएगा। निर्धारित खरीदी केन्द्रों पर किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए मंगलवार 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इंदौर जिले में गेहूं खरीदी के लिये 97 केन्द्र बनाये गये हैं। जिले में इस वर्ष गेहूं बेचने के लिये 34 हजार 200 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। जिला आपूर्ति नियंत्रक श्री एम.एल. मारु ने बताया कि गेहूं खरीदी के लिए इंदौर जिले में व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। सोमवार से शुक्रवार प्रातः 8 बजे से रात 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी। जिन किसानों की उपज की तौल किसी कारण से सोमवार से शुक्रवार के बीच निर्धारित दिवस को नहीं हो सकेगी, उनकी तौल शनिवार को की जाएगी। शनिवार एवं रविवार को शेष फसल का परिवहन, भण्डारण, लेखा का मिलान तथा अस्वीकृत स्कंध का अपग्रेडेशन की जाएगी। किसानों द्वारा फसल विक्रय के लिए 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग वेबसाइट www.mpeuparjan.nic.in पर की जा सकेगी। इस लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से किसान के मोबाइल पर भेजी जाएगी। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत, सत्यापित किसान स्वयं के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केन्द्र, इंटरनेट कैफे तथा उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। स्लॉट बुकिंग के लिए किसान के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। श्री मारू ने बताया कि उपार्जन का कार्य प्रति सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा एवं उपज विक्रय के लिए इसी अवधि की स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी। किसान द्वारा उपज विक्रय के लिए स्लॉट बुकिंग उपार्जन के अंतिम 10 दिवस को छोड़कर की जा सकेगी एवं स्लॉट की वैधता अवधि सात कार्य दिवस होगी। किसानों को उपार्जित फसल का भुगतान आधार लिंक बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा। स्लॉट बुकिंग करते समय किसानों को पोर्टल पर आधार लिंक बैंक खाता क्रमांक एवं बैंक का नाम प्रदर्शित किया जाएगा। किसान को अपनी बैंक की पासबुक से खाते का मिलान कर स्वयं पोर्टल पर सत्यापन करना होगा, उसके बाद ही स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी। पोर्टल पर प्रदर्शित बैंक खाता, आईएफएससी त्रुटिपूर्ण होने अथवा अन्य कारणों से किसान द्वारा अन्य बैंक खाते में भुगतान चाहे जाने पर किसान को अपना नवीन बैंक खाता आधार से लिंक कराना होगा, जिसके बाद ही स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी।