बुधनी समाचार पत्र। शुजालपुर (शाजापुर);;; स्वच्छता के मामले में लगातार 6 बार नंबर वन बनने के बाद अब इंदौर के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है। इंदौर नगर निगम (आईएमसी) ग्रीन बॉन्ड लेकर आ रहा है। देश में ग्रीन बॉन्ड लाने वाला यह पहला नगर निगम होगा। आईएमसी जलूद में सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए 244 करोड़ रुपए ग्रीन बॉन्ड के जरिए जुटाएगा। इसे लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। जानिए क्या है ग्रीन बॉन्ड और आप इसमें कैसे कर सकते हैं निवेश... पहले जान लेते हैं ग्रीन बॉन्ड और सौर ऊर्जा संयंत्र प्रोजेक्ट के बारे में.... ग्रीन बॉन्ड लोन लेने का एक साधन है, जिसके जरिए पर्यावरण संरक्षण को लेकर ग्रीन ‘परियोजनाओं के लिए धन जुटाया जाता है। यह मुख्यतः नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, स्थायी जल प्रबंधन आदि से संबंधित होता है। इंदौर नगर निगम शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए जलूद से पानी पंपिंग करता है। इस पर हर महीने के बिजली बिल पर 25 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। इस खर्च में कटौती और बिजली बचाने के लिए 60 मेगावॉट का सोलर प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है। इसकी लागत करीब 300 करोड़ है। जिसमें से 244 करोड़ रुपए ग्रीन बॉन्ड के जरिए जुटाने का प्रयास है। इसके टेंडर की प्रोसेस चल रही है। प्लांट लगने के बाद बिजली के बिल में हर माह 5 से 6 करोड़ रुपए की कमी आएगी। आम जनता ऐसे कर सकती है ग्रीन बॉन्ड में निवेश एडवाइजर हर्षित रूंगटा बताते हैं कि इंदौर नगर निगम के ग्रीन बॉन्ड में कोई भी निवेश कर सकता है। इसके लिए डी मेट अकाउंट होना जरूरी है। यहीं से खरीदी की प्रक्रिया हो जाएगी। इंडिया बॉन्ड डॉट कॉम के माध्यम से भी खरीदी कर सकते हैं। बॉन्ड का इश्यू प्राइज और फेस वेल्यू 1 हजार रुपए है। कम से कम 10 हजार रुपए का निवेश करना होगा, क्योंकि ये 1 यूनिट का मूल्य है। एनएसई पर लिस्टेड होने पर ट्रेडिंग भी शुरू हो जाएगी। चौथे हफ्ते में बॉन्ड के एनएसई में लिस्टेड होने की संभावना है।