शुजालपुर। बुधनी टाईम्स भोजराज सिंह पवार खेल की दुनिया में सुर्खियाँ अक्सर जीत के बाद बनती हैं, लेकिन असली पहचान उन्हें मिलती है जो वर्षों तक मैदान और खिलाड़ियों के साथ खड़े रहते हैं। शुजालपुर के आनंद परमार ऐसे ही नाम हैं, जिन्हें अब मध्यप्रदेश की अंडर-17 बालिका कबड्डी टीम का दायित्व सौंपा गया है। लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यप्रदेश द्वारा जारी आदेश के तहत यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है। यह महज एक नियुक्ति नहीं, बल्कि उस भरोसे की मुहर है जो उनके अनुशासन, प्रशिक्षण शैली और परिणामोन्मुख सोच पर वर्षों में बनी है। कालापीपल तहसील के पोचानेर निवासी आनंद परमार वर्तमान में माँ शारदा सांदीपनि विद्यालय, शुजालपुर में खेल शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। सीमित संसाधनों में भी खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धी स्तर तक तैयार करना उनकी पहचान रही है। यही कारण है कि अब उन्हें राष्ट्रीय मंच की तैयारी का जिम्मा सौंपा गया है। आगामी 69वीं राष्ट्रीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन 24 से 28 दिसंबर 2025 तक महाराष्ट्र के कोकामथान में होगा। इससे पहले 17 से 21 दिसंबर तक शाजापुर में आयोजित प्री-नेशनल प्रशिक्षण शिविर में वे खिलाड़ियों को तकनीक, फिटनेस, रणनीति और टीम भावना के साथ राष्ट्रीय स्तर की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे। खेल से जुड़े जानकार मानते हैं कि आनंद परमार जैसे प्रशिक्षकों की पहचान प्रचार से नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन से होती है। उनकी नियुक्ति से प्रदेश की टीम को अनुशासित और संतुलित नेतृत्व मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस उपलब्धि पर क्षेत्र के खेल प्रेमियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने प्रसन्नता व्यक्त की है और आशा जताई है कि मध्यप्रदेश की टीम राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सम्मानजनक और मजबूत प्रदर्शन करेगी।