शुजालपुर न्यायालय में नेशनल लोक अदालत के जरिए वर्षों से लंबित पारिवारिक और आपराधिक मामलों का समझौते के आधार पर निराकरण किया गया। निराकरण हुए मामले - न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी गजल पाहवा के न्यायालय में वर्ष 2024 से लंबित घरेलू हिंसा अधिनियम की धारा-12 के अंतर्गत सीमा विश्वकर्मा बनाम विष्णु विश्वकर्मा प्रकरण का समाधान हुआ। - पति-पत्नी पिछले एक साल से अलग रह रहे थे, लेकिन लोक अदालत के जरिए समझौते के बाद दोनों साथ रहने को तैयार हो गए। - न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अन्नपूर्णा भदौरिया के न्यायालय में वर्ष 2024 से लंबित आपराधिक प्रकरण मप्र शासन बनाम मनोहर विश्वकर्मा का भी समाधान हुआ। - पत्नी के साथ मारपीट से जुड़ा एक अन्य मामला भी लोक अदालत में सुलझा। लोक अदालत का महत्व - आपसी संवाद, समझाइश और सुलह से लंबे समय से चले आ रहे विवाद खत्म किए जा सकते हैं। - परिवारों को फिर से जोड़ा जा सकता है। - लोक अदालत के जरिए विवादों का समाधान होने से न्यायालयों का बोझ कम होता है और लोगों को न्याय मिलता है।