जिले के डॉ भीमराव अंबेडकर सांदीपनि सीएम राइज विद्यालय गुलाना में स्कूल बसों का संचालन सोमवार से रुक गया है। स्कूल की 20 बसें भुगतान न होने के कारण नहीं चल रही हैं। बस मालिकों को अप्रैल माह से भुगतान नहीं मिला है। इसी कारण 21 जुलाई से बसों का संचालन बंद करने का आवेदन विद्यालय प्राचार्य को दिया गया। साथ ही ड्राइवर और कंडक्टर को भी एक महीने से वेतन नहीं मिला है। ड्राइवरों की दो साल की पीएफ राशि भी लंबित है। इधर देर शाम कलेक्टर ऋजु बाफना ने इस मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परिवहन अधिकारी को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। जिला परिवहन अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी ने समाया ट्रांसपोर्टर भोपाल और बस ऑपरेटरों से चर्चा की। समाया ट्रांसपोर्टर ने बस ऑपरेटरों को जल्द भुगतान करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ऑपरेटरों ने 22 जुलाई से नियमित बस सेवा शुरू करने की बात कही है। भोपाल की कंपनी ने नहीं किया भुगतान भोपाल की समाया ट्रांसपोर्टेशन लिमिटेड की ओर से समय पर भुगतान नहीं करने के कारण बस मालिकों ने बसें रोक दी हैं। इससे विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बच्चे पैदल या बाइक से स्कूल पहुंच रहे हैं। कुछ बच्चे स्कूल ही नहीं आ पा रहे हैं। बस सेवा बहाल होने तक छात्र-छात्राओं को अपने पालकों के साथ बाइक या अन्य साधनों से विद्यालय आना होगा। इस असुविधा के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित होगी। काम छोड़कर स्कूल आना पड़ा अभिभावक लोकेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय किसानी का कार्य चल रहा है। सभी काम छोड़कर बच्चों को बस बंद होने के कारण बाइक से छोड़ने स्कूल आया हूं। छात्रा प्रतिमा सेन ने कहा कि बस बंद हो गई है तो पैदल आना पड़ा आज। गर्मी भी ज्यादा हो रही है। इससे बीमार भी हो सकते हैं। अभी पता नहीं है कब तक बस चालू होगी। जब तक भुगतान नहीं होता बस बंद रहेंगे बस ड्राइवर अमजद खां ने बताया है कि जब तक हमारा खाता में पेमेंट नहीं आता है, जब तक बस बंद रहेगी। ड्राइवरी करते-करते 2 साल हो गए पीएफ नहीं मिल रहा हैं। कंपनी को भुगतान करना होगा। वरिष्ठ अधिकारी को जानकारी दी थी गोपाल कृष्ण शर्मा प्राचार्य सीएम राइज विद्यालय ने बताया कि बस मालिक और ड्राइवर 18 तारीख से बंद करना चाह रहे थे। तब आश्वासन पर मान गए थे। लेकिन बाद में सोमवार से हड़ताल पर जाना का कहने लगे। स्कूल ग्रुप और अभिभावकों को सूचना दी गई थी कि अपने बच्चों को अपने खुद स्कूल पहुंचाएं। यहां 20 बसों से 1307 बच्चे स्कूल आते। आज बच्चों की संख्या भी काफी कम रही है। इस संबंध में मैंने वरिष्ठ अधिकारी को भी अवगत कर दिया गया था। जिले से कंपनी को भुगतान हो चुका विवेक दुबे जिला शिक्षा अधिकारी शाजापुर का कहना है कि हमारी ओर से जिले का पेमेंट कर दिया गया है। हमारे पास सबूत भी है। कंपनी ने ड्राइवर और बस मालिक का पेमेंट नहीं किया है। हमारी तरफ से इसी महीने का बाकी है। बस मालिक और ड्राइवर का विवाद है हल करना चाहिए।