अकोदिया में सावन के दूसरे सोमवार को भी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ रही। सुबह से ही श्रद्धालु शिव मंदिरों में पहुंचने लगे। मंदिरों में भगवान शिव का विशेष शृंगार किया गया। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर महादेव के दर्शन किए। उन्होंने अभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजन में भाग लिया। हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से वातावरण भक्तिमय बन गया। कई श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आए। कुछ लोगों ने परिवार के साथ पूजा-अर्चना की। 26 एकड़ क्षेत्र में फैले पोलाय कलां के प्रसिद्ध पांडव कालीन हिमालेश्वर धाम में भी विशेष भीड़ रही। मान्यता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां रात्रि विश्राम किया था। उन्होंने यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। अकोदिया में सावन में उज्जैन बाबा महाकाल कावड़ यात्रा निकाली जाती है। सामाजिक कार्यकर्ता अरुण शर्मा 3 वर्षों से कावड़ यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। श्रावण मास को महादेव का प्रिय महीना माना जाता है। शाम को महादेव की प्रतिमा नगर भ्रमण के लिए निकलेगी।