शुजालपुर पुलिस की कार्यप्रणाली इन दिनों सवालों के घेरे में है। फ्रीगंज में एक व्यापारी की कार से टायर चोरी के मामले में पुलिस ने पहले मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब व्यापारी ने जज के सर्वेंट क्वार्टर से 500 रुपए की नल टोटी चोरी होने के मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज होने का मुद्दा उठाया तो पुलिस को कार्रवाई करना पड़ी। घटना 20 फरवरी की है। गायत्री मंदिर के पास वेल्डिंग दुकान के मालिक मदनलाल विश्वकर्मा की कार घर के बाहर खड़ी थी। रात में कुछ बदमाश चार पहिया वाहन से आए और कार के दो टायर डिस्क समेत चुरा ले गए। पीड़ित ने शुजालपुर मंडी थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने केवल आवेदन लेकर रख लिया। इसी थाने में जज के सर्वेंट क्वार्टर से 500 रुपए की नल टोटी की चोरी सहित कोर्ट कर्मचारियों से जुड़े 4 मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज की गई थी। मदनलाल ने जब इस पक्षपातपूर्ण रवैये पर सवाल उठाया, तो पुलिस ने सोमवार को उन्हें फोन कर बुलाया और एफआईआर दर्ज कर ली। हालांकि, अभी तक पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज नहीं लिए हैं। उपनिरीक्षक भेमेंद्र सिंह का कहना है कि मामले की जांच जारी है और उचित कार्रवाई की जाएगी। इन मामलों में अब भी एफआईआर नहीं लिखी हालांकि पुलिस ने 19 फरवरी को ग्राम लसुड़ल्या हैज़म के किसान गोपाल कुशवाह के खेत से ट्यूबवेल की मोटर चोरी,15 फरवरी को गैरखेड़ी निवासी चौकीदार शिवनारायण का एक बकरा चोरी करने, 3 फरवरी को पांडुरंग नगर शुजालपुर के ऋषि परमार के ट्रैक्टर की बैटरी चोरी पर अब भी एफआईआर नहीं लिखी है।