शुजालपुर प्रवीण जोशी ब्यूरो चीफ बुधनी टाईम्स - धार्मिक ग्राम गैरखेड़ी की पावन धरा पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के सानिध्य में एक दिवसीय प्रवचन सत्संग का आयोजन हुआ। शिव परिवार हनुमान जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर सनातनी धर्म की अलख जगाने वाले सनातन धर्म ध्वज वाहक संत गोविंद जाने ने कहा कि आज समाज में जातियों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि समरस और सुरक्षित समाज की अपेक्षा कभी पूरी न हो। जब तक आचरण और व्यवहार में जीवन के उच्चतम मूल्य प्रकट नहीं होंगे, तब तक समाज में समरसता दृष्टिगोचर नहीं हो सकती। जब समानता का भाव स्थापित होगा, तभी आपसी दूरी कम होगी। हिंदुस्तान बांग्लादेश ना बने इसलिए संगठित हो जाओ सनातनियों सामाजिक समरसता का मूलमंत्र समानता है, जो समाज में व्याप्त सभी प्रकार के भेदभावों एवं असमानताओं को जड़-मूल से नष्ट कर नागरिकों में परस्पर प्रेम एवं सौहार्द में वृद्धि तथा सभी वर्गों में एकता का संचार करती है। भारतीय संस्कृति में पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम, सह-अस्तित्व और यहां तक कि उनकी पूजा की भी परंपरा रही है। इसी के चलते पहली रोटी गाय के लिए निकालने का विधान है। गाय को माता कहकर संबोधित किया जाता है। प्रवचन के दौरान उपस्थित मातृशक्तियों को संकल्प दिलाया कि प्रतिदिन घर के आंगन की तुलसी में जल अवश्य चढ़ाए, गाय को कुत्ते को रोटी नित्य खिलाए, अग्नि भोग लगाए, चींटियों को आटा शक्कर का भोग लगाएं। इस अवसर पर पूर्व जनपद अध्यक्ष जसमत सिंह मेवाड़ा एवं ग्राम वासियों ने गुरुजी को साफा बांध फूल माला पहनाकर शाल श्रीफल भेंट कर व सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया।