शुजालपुर एक दिन पहले मंगलवार रात को ग्राम चापाड़िया सहित कुछ अन्य गांवों के ट्रांसफार्मर खराब हो गए थे, जिन्हें समय पर नहीं बदला गया, जिसके कारण पूरे गांव में अंधेरा हो गया था। इसके विरोध में भारतीय किसान संघ सहित कुछ अन्य किसानों द्वारा बिजली कंपनी के मंडी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था, लेकिन उन्होंने रात 11 बजे आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया। किसानों का कहना था कि बिजली कंपनी द्वारा उनके गांव के खराब ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। वहीं बिजली कंपनी के कर्मचारियों का कहना था कि जिन गांवों के ट्रांसफार्मर खराब हैं, उन पर गांवों पर लाखों रुपए बकाया है। इसके बाद बिजली कंपनी ने बकाया का सिर्फ 10 प्रतिशत जमा करने की बात कही, लेकिन वो राशि भी जमा नहीं की। जिस वजह से ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए। उन्होंने बताया कि जिस गांव के किसानों द्वारा मंगलवार रात को आंदोलन कर धरना दिया गया था, उस ग्राम चपाड़िया के ऊपर भी बिजली कंपनी का 5 लाख से अधिक रुपए बकाया है।