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संपादक
भोजराज सिंह पंवार
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बुधनी टाइम्स

अवकाश के बाद खुली शुजालपुर मंडी में हंगामा:चाइनीज लहसुन के विक्रय पर व्यापारियों ने जताया विरोध, मंडी सचिव बोले- प्रतिबंध का कोई आदेश नहीं

दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को खुली शुजालपुर की थोक सब्जी मंडी में व्यापारियों ने चाइना में उत्पादित लहसुन के विक्रय को लेकर हंगामा किया। व्यापारियों ने इसे प्रतिबंधित बताते हुए कार्रवाई की मांग की, लेकिन संबंधित विक्रेता 55 कट्टे लहसुन से लदा वाहन लेकर फरार हो गया। व्यापारियों को हुआ शक शुजालपुर की मंडी में सोमवार को लहसुन 32,500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिका। मंडी में करीब 1,000 कट्टों की आवक हुई। चाइना में उत्पादित लहसुन हल्का व भारत की गुणवत्ता पूर्ण लहसुन से भिन्न होता है। इसके दाम भारतीय लहसुन से 100 रुपए प्रति किलो कम होते हैं, जिससे इसका विक्रय किसानों और व्यापारियों के लिए हानिकारक होता है। मंडी में आए लहसुन की बड़ी कलियों और मशीन से साफ की गई जड़ों को देखकर व्यापारियों को संदेह हुआ। सचिव को बुलाने से पहले विक्रेता हुआ फरार व्यापारियों ने मंडी सचिव चंदर सिंह परमार को नीलामी स्थल पर बुलाया। हालांकि, सचिव के पहुंचने से पहले ही विक्रेता वाहन लेकर मंडी से भाग गया। मंडी गेट पर चौकीदार न होने के कारण वाहन को रोका नहीं जा सका। लिखित प्रतिबंध नहीं, लेकिन आपत्ति दर्ज मंडी सचिव चंदर सिंह परमार ने बताया कि चाइना उत्पादित लहसुन के विक्रय पर कोई लिखित प्रतिबंध नहीं है। हालांकि, किसान संघ और व्यापारी इसके विक्रय का विरोध करते हैं। पहली बार शुजालपुर मंडी में ऐसा लहसुन आया था। एक कट्टा लहसुन, जिसे नीलामी के लिए रखा गया था, मंडी प्रशासन ने अभिरक्षा में ले लिया है। हानिकारक और किसानों के लिए नुकसानदेह व्यापारी कमल परमार ने बताया कि चाइना उत्पादित लहसुन हानिकारक होने के साथ-साथ स्थानीय किसानों के लिए नुकसानदेह है। मंडी प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नीलामी स्थल से लहसुन हटाकर मंडी का कामकाज सुचारु कराया।

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