शुजालपुर। शुक्रवार सुबह सातवीं में पढ़ने वाले 14 साल के बच्चे को सिर में दर्द हुआ तो उसने दवा समझकर डिब्बी में बंद जहर की गोली खा ली। लगातार उल्टी होने पर परिजन उसे शुजालपुर के निजी अस्पताल ले गए। जहां सुबह 11.30 बजे उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। शाम को कालापीपल के पास जाबड़िया घरवास गांव में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जांच अधिकारी उपनिरीक्षक डी लकड़ा ने बताया कि बच्चे का नाम मोहित गौड़ था। मौत से पहले उसने बताया था कि उसे सिरदर्द हो रहा था। इसलिए उसने एक डिब्बी में रखी गोली खाई थी। मृत्यु पूर्व कथन लेने के लिए नायब तहसीलदार विष्णु प्रजापति को सूचना दी गई, लेकिन उनके पहुंचने के पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। जांच अधिकारी ने बताया कि बयान पर बच्चे के हस्ताक्षर नहीं हो पाए हैं। परिजन के हस्ताक्षर कराए गए हैं। पढ़ाई में होशियार था मोहित ताऊ रामचंद्र सिंह ने बताया कि मोहित पढ़ाई में होशियार था और अरनियाकलां के निजी स्कूल में पढ़ता था। शुक्रवार सुबह 8 बजे वह स्कूल नहीं गया, उससे जब पूछा गया तो उसने बताया कि सिरदर्द हो रहा है। कुछ देर बाद उसे उल्टियां होने लगीं। इसके बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हाे गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को पैतृक गांव ले जाया गया। वहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।