बुधनी टाइम समाचार पत्र सुजालपुर प्रदेश में 100 में से 15-20 लोग डायबिटिक हैं। जबकि देश में यह प्रतिशत महज 10 तक सीमित है। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि विश्व स्तर पर देखा जाए तो 100 में सिर्फ 6 लोग ही डायबिटीज की जद में हैं। यह परेशान करने वाले आंकड़े एक लाख लोगों की जांच की जांच में सामने आए हैं। दरअसल, लायंस इंटरनेशनल फाउंडेशन की ओर से 2019 में डायबिटीज स्क्रीनिंग एंड कॉम्प्रिहेंसिव केयर प्रोजेक्ट लांच किया था, जो कि लायंस क्लब भोपाल साउथ और भोपाल कर्मा की ओर किया जा रहा है। प्रोजेक्ट के लिए 21 लाख की ग्रांट दी गई है। जबकि 25 प्रतिशत राशि यानी 5.50 लाख रुपए दोनों क्लब के सदस्यों ने जुटाकर दिए हैं। बीते चार साल में की गई डायबिटीज स्क्रीनिंग में जो भी तथ्य सामने आए हैं, लायंस क्लब उन्हें सरकार के साथ भी साझा करेगा, ताकि जरूरी कदम उठा सके। हकीकत - स्क्रीनिंग ने छुआ एक लाख का आंकड़ा प्रोजेक्ट के तहत 18 नवंबर 2019 को डायबिटीज स्क्रीनिंग शुरू की गई थी। इसके तहत लायंस क्लब रहवासी सोसाइटियों में जाकर उनके पदाधिकारियों से मिलकर वहां नि:शुल्क डायबिटीज शिविर का आयोजन करते हैं। 2021 तक 50 हजार स्क्रीनिंग हुई थीं। इसके बाद रफ्तार बढ़ाई तो दिसंबर 2022 तक 99 हजार 950 लोगों की स्क्रीनिंग हो गई थी। रविवार 29 जनवरी 2023 को भोपाल और विदिशा में कैंप लगाकर स्क्रीनिंग की गई। भोपाल में 35 और उज्जैन में 15 लोगों की जांच के साथ ही आंकड़ा एक लाख पर पहुंच गया। इज्तिमा में की थी 7000 स्क्रीनिंग क्लब की ओर से ईंटखेड़ी में आयोजित इज्तिमा में कैंप लगाया था। 12 टेक्नीशियन, 6 डॉक्टरों ने चार दिन तक यहां लोगों की डायबिटीज की जांच की थी। इन सिर्फ चार दिनों में ही 7000 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी। "प्रोजेक्ट के तहत भोपाल, उज्जैन, सागर और होशंगाबाद संभाग के क्लबों को जोड़कर तमाम शहरों में कैंप लगाए। चार साल में एक लाख की स्क्रीनिंग की गई। इनमें 15-20% को डायबिटीज निकला। जानकारी सरकार से साझा करेंगे।"