शाजापुर में कृषि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि जिले में किसानों के लिए खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। बुधवार को 2608 मीट्रिक टन खाद लेकर रेलवे की एक रैक शाजापुर पहुंची। रेलवे रैक से खाद को ट्रकों के जरिए परिवहन कर नजदीकी खाद वितरण केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है। कृषि विभाग में फर्टिलाइजर शाखा देखने वाले डीआर मालवीय ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देश पर खाद वितरण की व्यवस्था पूरी तरह सुचारू रूप से जारी है। वर्तमान में जिले में खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। शाजापुर जिले को अब तक बीस हजार मीट्रिक टन से ज्यादा खाद उपलब्ध कराया जा चुका है और किसानों को 13 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा वितरण भी किया जा चुका है। कालाबाजारी रोकने के लिए टीम गठित किसानों को इस समय खेतों में बुआई के लिए खाद की सबसे ज्यादा आवश्यकता है और कई जगहों पर खाद की किल्लत की बात ही सामने आ रही है। हालांकि शाजापुर कृषि विभाग का दावा है कि खाद की उपलब्धता पर्याप्त है और नकली खाद और खाद की कालाबाजारी दोनों को रोकने की कृषि विभाग ने मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर रखी है। किसानों के लिए नवाचार डीआर मालवीय ने जानकारी देते हुए बताया कि शाजापुर जिले में इस बार खाद वितरण प्रणाली में नवाचार किया गया है जिसके तहत किसान NIC के माध्यम से शाजापुर का कोड लगाकर खाद संबंधी डिमांड भेज सकता हैं। उसके बाद किसान को खाद की उपलब्धता का मैसेज भेजकर खाद वितरण किया जा रहा है। रेलवे रैक से शाजापुर सहित 4 जिलों को पहुंचाया खाद मालगाड़ी के जरिए शाजापुर रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले खाद के रैक को ट्रकों के जरिए शाजापुर के साथ ही आगर मालवा, देवास, उज्जैन, राजगढ़ जिलों के सारंगपुर, तराना, चिड़ावद, नलखेड़ा, सुसनेर, मोहन बड़ोदिया सहित सीमावर्ती खाद वितरण केंद्रों पर खाट को पहुंचाया जाता है।