जिलेभर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर छह दिवसीय हड़ताल पर हैं और इसी के चलते कार्यकर्ताओं ने विधायक हुकुमसिंह कराड़ा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष कामिनीसिंग के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि मप्र महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित कर शासकीय सुविधाओं का लाभ दिया जाए। मप्र सरकार के द्वारा घोषित 1500 रुपए एरियर्स का भुगतान किया जाए, राज्य सरकार, केन्द्र सरकार से समन्वय कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में संशोधन करते हुए मानदेय या मानसेवा की जगह नियमित और सीधी भर्ती की नियमावली बनाएं। जब तक नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन नहीं किया जाता है तब तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय, अतिरिक्त मानदेय में केन्द्र से निर्धारित महंगाई भत्ते को लागू कर भुगतान किया जाए। कार्यकर्ताओं को 18000 और सहायिकाओं को 9000 रुपए प्रतिमाह का भुगतान किया जाए, सभी कार्यकर्ता, सहायिका का विभाग की ओर से पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कराया जाए, कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को आयुष्मान योजना की पात्रता में शामिल किया जाए, महिला बाल विकास के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में कार्यकर्ताओं की ड्यूटी नही लगाई जाए। अन्य विभागों की भांति महिला एवं बालविकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को भी एक-एक कर कम से कम 15 दिवस का ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया जाए। इस मौके पर आशा गुर्जर, बबीता शर्मा, सोनल यादव, नर्मदा शर्मा, साबेरा बी, भावना सोनी सहित कार्यकर्ता और सहायिकाएं मौजूद थीं।