भोजराज सिंह पवार 25/10/2024 कृषि आधारित उद्योग लगाकर युवा उद्यमी बने, इससे वे स्वयं दूसरों को रोजगार देने वाले बनेंगे। यह बात प्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार ने गुरुवार को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) अंतर्गत युवाओं के स्वरोजगार के लिए जेएनएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि शिक्षित युवाओं को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) अंतर्गत स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए उद्यानिकी फसलों की प्रसंस्करण तकनीक, प्रसंस्कृत उत्पादों की मार्केटिंग, पैकेजिंग एवं व्यवसाय संचालन की जानकारी देने के लिए सेमिनार का आयोजन रखा गया था। स्वरोजगार के साथ-साथ युवा रोजगार देने वाले भी बनेंगे: मंत्री परमार उन्होंने कहा युवा प्रशिक्षण लेकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। इससे स्वरोजगार के साथ-साथ युवा रोजगार देने वाले भी बनेंगे। मंत्री परमार ने कहा कि खेती में रासायनिक उर्वरकों एवं दवाईयों के उपयोग से जहां भूमि खराब हो रही है, वहीं इनका मानव जीवन पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। हमें जैविक खेती की ओर आगे बढ़ना होगा। अमेरिका में भी रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि बंजर हो चुकी है और वे भी अब जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इस मौके पर अनुविभागीय अधिकारी शुजालपुर अर्चना कुमारी, जनपद पंचायत सदस्य गुलाब सिंह परमार, मोहन सिंह मालवीय सहित महाविद्यालय के विद्यार्थीगण उपस्थित थे।