शुजालपुर नेशनल हाईवे- 752 सी घोषित हो चुके शहर के मुख्य मार्ग पर स्थित रेलवे फाटक-079 पर बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज के लिए निजी भूमि अधिग्रहीत करने से पहले अब भूस्वामी की रजिस्ट्री में दर्ज क्षेत्रफल और भौतिक निर्माण की नपाई की जा रही है। मंडी बस स्टैंड के दोनों और बनी दुकानों में निजी भूमि में से करीब 5 फीट जगह निर्माण में जा सकती है। मुआवजा के लिए यह आकलन राजस्व विभाग और नगर पालिका द्वारा किया जा रहा है। सेंट्रल बैंक से फ्रीगंज तक करीब 150 लोग इस ओवर ब्रिज निर्माण से आंशिक प्रभावित होंगे। इस मार्ग पर यातायात जाम से निजात और रेलवे गेट स्थाई तौर पर बंद करने के लिए यहां ब्रिज बनाना तय किया गया है। लोक निर्माण विभाग के सेतु विभाग के प्रस्ताव पर बजट में 50 करोड़ का प्रावधान होने के बाद टेंडर प्रक्रिया में चार निर्माण एजेंसियों ने निविदा में भाग लिया है। नगर पालिका व राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार को निर्माण से प्रभावित, अधिग्रहीत होने वाले स्थान को नपाई कर चिह्नित कर भू-अर्जन करने शासकीय अभिलेख तैयार किए। इस ब्रिज का निर्माण नए साल में हों की उम्मीद है। निर्माण के लिए 23 करोड़ 13 लाख खर्च होंगे। जिसके बिजली पोल शिफ्टिंग सहित ऊंचाई बढ़ाने का का काम भी शामिल है। ओवरब्रिज की लंबाई 822.44 मीटर में से 87.44 मीटर का हिस्सा रेलवे भूमि की सीमा में है। 28 महीने में काम पूरा करना तय किया गया है। ब्रिज निर्माण के लिए वर्तमान सड़क मार्ग के मध्य से 15-15 मीटर भूमि की आवश्यकता अनुसार कार्रवाई की जा रही है।