शाजापुर। अंतरराष्ट्रीय की एड्स दिवस पर 1दिसंबर रविवार को शाजापुर जिला अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान रंगोली के माध्यम से एड्स के लक्षण, उपचार और एड्स से बचाव को लेकर मौजूद लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में लोगों को बताया कि जिला अस्पताल में लोगों को एड्स से बचने के उपाय एवं जागरूकता संबंधी मार्गदर्शन निःशुल्क दिया जाता है यहाँ विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन देने के साथ मुफ्त जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। 2004 में इस केंद्र की शुरुआत हुई। 2009 में एआरटी दवाईयों का वितरण भी प्रारंभ किया गया जी सतत् जारी है। आईसीटीसी के उदयसिंह राजपूत ने बताया कि एड्स दिवस को लेकर 30 नवंबर को जहां शहर में जागरूकता रैली निकालकर लोगों को एड्स से बचाव के तरीके बताए गए थे तो वहीं रविवार 1 दिसंबर को जिला अस्पताल के मातृ शिशु केंद्र पर जागरूकता कार्यक्रम कर लोगों को एड्स की जांच आदि के बारे में बताया गया। उन्होंने लोगों से कहा कि एड्स रोग असुरक्षित यौन संबंध के साथ ही संक्रमित रक्त से भी फैलता है। ऐसे में इस बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए समय पर जांच और उपचार बेहद जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान महिलाएं और पुरुष मौजूद थे। जिले में बढ़ रहा एड्स के मरीजों का आंकड़ा-एड्स से चचाय को लेकर प्रतिवर्ष जिले में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं जिसकी वजह से जिले में एड्स के मरीजों के आंकड़ों में इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोग एड्स के प्रति जागरूक हो रहे हैं जिसका परिणाम है कि यह इस बीमारी को छिपाने की बजाय खुलकर सामने आते हुए इलाज करा रहे हैं। लोगों में इस जागरूकता की वजह से जिले में एड्स संक्रमित मरीजो की संख्या में भले ही बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन इनकी मौत के आंकड़ों में कभी भी आई है। उदयसिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2004 से एड्स मरीजों की जांच शुरू हुई और इन 8 साल में एड्स पीड़ितों की संख्या 182 तक पहुंच गई जिसमें से करीब 19 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। आठ साल से एड्स पीड़ितों की संख्या में कमी तो नहीं आई, लेकिन बीते सालों की तुलना में इस साल मृत्यु दर में कमी ही गई है। बीते साल एड्स के 2 मरीजों की मौत हुई थी, जबकि इस साल केवल 1 मरीज की एड्स से मौत हुई है। 2019 में 32 सबसे ज्यादा मरीज निकलने के बाद अब इस बार 2024 में रिकॉर्ड टूटा है। इस साल जनवरी से नवंबर तक 11 महीने में पूरे जिले में 34 नए एड्स मरीज सामने आए हैं, जिनमें ज्यादातर की उम्र 20 से 50 वर्ष है। जिले में जो 181 एड्स पीड़ित मिले हैं, उनमें से 90 प्रतिशत की उम्र 50 साल से कम है। यानी करीब 150 ऐसे मरीज है