भोजराज सिंह पवार शाजापुर, 11 नवम्बर 2024/ महिला एवं बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री नीलम चौहान ने समस्त जिले वासियों को देवउठनी एकादशी पर्व के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाए देते हुए जिला प्रशासन की तरफ से अपील की है कि हमारा जिला बाल विवाह मुक्त हो। उन्होंने इसके लिए समाज प्रमुखों, सेवा प्रदाताओ व सामुहिक विवाह सम्मेलन के आयोजको से अनुरोध किया है कि बाल विवाह रोकथाम अभियान व बच्चों का बचपन बचाने में सहभागी बने। इसके लिए न केवल समाज में जनजागरण लाए, बल्कि समय-समय पर यदि कही बाल विवाह सम्पन्न हो रहा हो, तो उसको विवाह होने के पूर्व ही परिवार को समझाईश देकर बाल विवाह रोकने का प्रयास करें। क्योकि बाल विवाह ऐसा दंश है, जिसमें न केवल बालक-बालिकाओं का शारीरीक व मानसिक विकास प्रभावित होता है, बल्कि बाल उम्र में विवाह शिक्षा बाधित होती है बल्कि बालिकाओं का स्वास्थ प्रभावित होने की संभावना बढती है। कम उम्र मे शादी से न केवल बालिका का मानसिक विकास रूकता है, बल्कि कम उम्र में माँ बनने पर माँ व बच्चे की मौत की संभावना होती है। साथ ही बच्चा जन्म ले भी लेता है तो उसमें कुपोषण की संभावना होती है, साथ ही घरेलु हिंसा की भी संभावना होती है। इसलिए आइए हम संकल्प ले कि न बालविवाह करवाएगें न ही उसमें सहभागी होगें। यदि कही पर बाल विवाह होना पाया जाए, अर्थात बालक की आयु 21 वर्ष से कम व बालिका की आयु 18 वर्ष से कम होने पर उसकी सूचना नजदीकी थाने पर, अनुभागीय अधिकारी कार्यालय, परियोजना कार्यालय महिला बाल एवं विकास एवं वन स्टॉप सेंटर के दूरभाष नम्बर 07364299200 शाजापुर में की जा सकती है। साथ ही चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर 1098 एवं महिला हेल्प लाईन नम्बर 181 पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। बच्चों को उनकी शिक्षा रूपी उपहार से वंचित ना करें एवं उनके शिक्षा के विकास का अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करे ताकि न केवल परिवार, समाज बल्कि देशहित के सम्पूर्ण विकास में सशक्त व्यक्तित्व की भूमिका निभा सके।