भोजराज सिंह पवार 24/10/2024 शाजापुर | दीपावली पर्व नजदीक है। इसके चलते शाजापुर में कुम्हारों ने दीपक बनाने का काम शुरू कर दिया है। दीपावली पर मिट्टी से बने दीपकों की अधिक मांग रहती है। शहर में दीपावली पर 5 लाख से अधिक दीपकों की डिमांड रहती है। इसे पूरा करने के लिए कुम्हार रात-दिन दीपक बनाने में जुटे हैं। आधुनिकता के इस युग में चाइना दीपक की भी ब्रिकी हो रही है। ये दीपक भी सजावट के काम में आ रहे हैं । आज भी घरों में महिलाएं रोशनी के लिए मिट्टी के दीपक का ही उपयोग करती हैं। शाजापुर में मिट्टी के दीपक बनाने में जुटे कुम्हारों ने बताया पहले मिट्टी तैयार की जाती है। फिर उसे पानी में गलाया जाता है, उसके बाद चाक से आकार दिया जाता है। मिट्टी के दीपकों की डिमांड पूरी करने के लिए हम रात-दिन जुटे हुए हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स लड़ी, रंग-बिरंगी रोशनी वाले बल्ब के बावजूद आज भी हर घर में मिट्टी के दीये अवश्य जलाए जाते हैं। अब साधारण दीयों के साथ रंगीन और विभिन्न प्रकार के आकार के दीये तैयार किए जा रहे हैं।