बुधनी टाइम समाचार पत्र शुजालपुर,,,,,, परियोजना अधिकारी शहरी विकास श्री अरुण कुमार पाठक ने बताया कि पी.एम. स्वनिधि के द्वितीय चरण में नगर निगम श्रेणी में प्रदेश के 16 नगर निगमों में रतलाम नगर निगम प्रथम स्थान पर रहा। नगर पालिका परिषदों की श्रेणी में 9 नगर पालिका परिषदों में से जिले की नगर पालिका परिषद् जावरा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा नगर पालिका परिषदों की श्रेणी में प्रदेश की 296 नगर परिषदों में से जिले की नगर परिषद् नामली प्रथम स्थान पर रही।प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना द्वितीय चरण के अन्तर्गत जिले में शासन द्वारा प्रदत्त लक्ष्य 2177 के विरुद्ध 128.5 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 2792 हितग्राहियों को 558.40 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गई है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना प्रथम चरण का ऋण पूर्णतया एवं समय से चुकाने पर इस योजना का लाभ पथ विक्रेताओं को मिला है। इस योजना में प्रत्येक हितग्राही को 20 हजार रुपए की ऋण राशि प्राप्त हुई, जिससे उन्हें अपनी आजीविका के साधन में वृद्धि करने का अवसर प्राप्त हुआ। प्रथम चरण में 4149 हितग्राहियों को 414.90 लाख रुपएकी राशि का ऋण उपलब्ध कराया गया प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना प्रथम चरण (10 हजार) के अन्तर्गत जिले में शासन द्वारा प्रदत्त लक्ष्य 4140 के विरुद्ध 100.22 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 4149 हितग्राहियों को 414.90 लाख रुपए की राशि का ऋण उपलब्ध कराया गया। इस योजना में प्रत्येक हितग्राही को 10 हजार रुपए की ऋण राशि प्राप्त हुई, जिससे कि पथ विक्रेताओं को वित्तीय सहायता प्राप्त हुई एवं उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति सुधारनों एवं रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना तृतीय चरण (50 हजार) के अन्तर्गत जिले में 227 हितग्राहियों को 112.50 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गई है। स्वरोजगार में 444 हितग्राहियों को 297 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गई डे-एनयूएलएम स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत जिल्ो में शासन द्वारा प्रदत्त लक्ष्य 441 के विरुद्ध 100.68 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 444 हितग्राहियों को 297.48 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गई है। इस योजना में हितग्राहियों को 50 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक की ऋण राशि बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई जिससे वे स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकें।192 स्वयं सहायता समूहों को 307.20 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गईस्वयं सहायता समूह बैक लिंकेज योजना के अन्तर्गत जिले में शासन द्वारा प्रदत्त लक्ष्य 191 के विरुद्ध 100.52 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 192 स्वयं सहायता समूहों को 307.20 लाख रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई गई है। इस योजना में स्वयं सहायता समूहों को 50 हजार रुपए से 10 लाख रुपए तक की ऋण राशि बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई जो कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढता कदम साबित हुआ